एएमएच टेस्ट क्या होता है? और क्यों किया जाता है?

एएमएच टेस्ट क्या होता है? और क्यों किया जाता है?

एएमएच टेस्ट (AMH test) एक प्रकार का लैब टेस्ट है जो महिलाओं के ओवेरियन रिजर्व को मापने के लिए किया जाता है। यह टेस्ट महिलाओं के बीच फर्टिलिटी (प्रजनन क्षमता) की जांच करने में मदद करता है।

एएमएच या अंटी-म्युलेरियन हार्मोन (Anti-Müllerian Hormone) एक ड्यूटर्मलिक या रूढ़िवादी हार्मोन है जो महिलाओं के ओवेरीज में उत्पन्न होता है। यह हार्मोन ओवेरीज की संख्या और क्षमता को निर्दिष्ट करने में मदद करता है। एएमएच की मात्रा का मापन करके, डॉक्टर्स ओवेरीज की स्वास्थ्य और विकास का मूल्यांकन कर सकते हैं और महिलाओं के बीच फर्टिलिटी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।यह टेस्ट मुख्य रूप से उन महिलाओं के लिए उपयुक्त होता है जो प्रेगनेंसी की योजना बना रही हैं, लेकिन फर्टिलिटी समस्याओं के कारण चिंतित हैं, या जिनकी उम्र फर्टिलिटी के लिए अधिक है। इस तरह के टेस्ट सहायक हो सकते हैं जब प्रेगनेंसी की योजना बनाने की कोई समस्या हो या जब इनफर्टिलिटी के कारण समस्या हो।लेकिन, यदि आपके विचार में किसी खास स्थिति के लिए एएमएच टेस्ट की आवश्यकता है, तो एक चिकित्सक या ज़्यादा जानकारी प्रदान करने वाला विशेषज्ञ से परामर्श करना अच्छा होगा।

AMH कितना होना चाहिए?

एएमएच (AMH) की स्तर का निर्धारण महिलाओं के ओवेरियन रिजर्व को मापने के लिए किया जाता है। यह रिजर्व उन अंकुरित अंडों की संख्या और क्षमता को निर्दिष्ट करता है जो उनके शरीर में शेष हैं।

अमान्य क्षेत्र निर्धारण के लिए अलग-अलग मानक हो सकते हैं, और वे प्रत्येक प्रयोगशाला या चिकित्सक के द्वारा स्थापित किए जा सकते हैं। यह सामान्यतः लैबरेटरी से लैबोरेटरी भिन्न होता है।

एकाधिकतम और न्यूनतम मानक हो सकते हैं लेकिन आमतौर पर, युवा महिलाओं में एएमएच की सामान्य मान्यता 1 से 4 या 6 नग/ml के बीच होती है। यह अन्य कारकों के साथ मिलकर प्रजनन क्षमता की एक अनुमानित सूची प्रदान करने में मदद कर सकता है।

इसलिए, जब भी एएमएच टेस्ट कराया जाता है, चिकित्सक या विशेषज्ञ व्यक्तिगत स्थिति के आधार पर आपके लिए सही मानक को आधार बनाकर आपको समझावा देते हैं।

एएमएच टेस्ट क्यों किया जाता है? (Why is AMH test done?)

एएमएच टेस्ट कराने के लिए आपको अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। यह टेस्ट आपके ब्लड सैंपल का उपयोग करके किया जाता है। यहाँ एएमएच टेस्ट कैसे किया जाता है का एक सामान्य प्रक्रिया है:

  1. पूर्व तैयारी: आपके डॉक्टर के निर्देशानुसार, आपको टेस्ट के लिए तैयार होना होगा। यह तैयारी आमतौर पर अनिवार्य नहीं होती है, लेकिन आपके डॉक्टर आपको कुछ निर्देश देने की सलाह देंगे।
  2. ब्लड सैंपल की लेन: टेस्ट की प्रक्रिया में, डॉक्टर या नर्स एक रगड़ या अन्य सामान्य तरीके से आपके उपरी बांह की कुछ जगह को साफ करेंगे। फिर एक टिकाऊ आधार पर ब्लड सैंपल लिया जाता है।
  3. सैंपल का प्रसंस्करण: ब्लड सैंपल लेने के बाद, यह सैंपल लैब में भेजा जाता है, जहां विशेष उपकरणों का उपयोग करके एएमएच की मात्रा को मापा जाता है।
  4. परिणाम: आपके डॉक्टर या स्वास्थ्य पेशेवर आपको टेस्ट के परिणाम के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। यह परिणाम आपकी ओवेरियन रिजर्व और फर्टिलिटी स्तर के बारे में जानकारी प्रदान करता है।

अधिक सुस्त विवरणों के लिए, आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जो आपको आपके स्थिति के अनुसार सटीक जानकारी प्रदान कर सकते हैं।

निष्कर्ष: (Conclusion)

अंततः, एएमएच टेस्ट एक महत्वपूर्ण चिकित्सा प्रक्रिया है जो महिलाओं के फर्टिलिटी और ओवेरियन रिजर्व की जांच करने में मदद करता है। यह टेस्ट महिलाओं के प्रेगनेंसी की योजना बनाने के लिए या जब इनफर्टिलिटी के कारण समस्या हो, तो महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता है। टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल का उपयोग किया जाता है और परिणाम के आधार पर चिकित्सा सलाह दी जाती है। इसलिए, एएमएच टेस्ट एक महत्वपूर्ण चिकित्सा प्रक्रिया है जो महिलाओं के स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

No Comments

Post A Comment

Chat On WhatsApp
1
Hello!!
Hello,
How Can Help You?